घटना का विवरण:
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Image credit NDTV |
- स्थान: तांदी गांव, कुल्लू जिला, हिमाचल प्रदेश।
- प्रभावित मकान: लगभग 17 मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए, जिससे कई परिवार बेघर हो गए हैं।
- नुकसान का अनुमान: प्रारंभिक आकलन के अनुसार, लगभग 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
- प्रभावित लोग: करीब 30 परिवारों के 100 से अधिक लोग इस आगजनी से प्रभावित हुए हैं।
आग लगने का कारण:
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, आग की शुरुआत गांव की एक गौशाला से हुई, जो बाद में तेजी से फैलकर आसपास के मकानों को अपनी चपेट में ले ली।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। हालांकि, लकड़ी के बने मकानों और संकरी गलियों के कारण आग बुझाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया:
स्थानीय निवासियों ने आग बुझाने में प्रशासन की मदद की और प्रभावित परिवारों को अस्थायी आश्रय और आवश्यक सामग्री प्रदान की।
सरकारी सहायता:
हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। नुकसान के आकलन के बाद मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सुरक्षा उपाय:
इस घटना ने आग से सुरक्षा के महत्व को उजागर किया है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां मकान लकड़ी के बने होते हैं। स्थानीय प्रशासन ने निवासियों से आग से बचाव के उपाय अपनाने और सतर्क रहने की अपील की है।
निष्कर्ष:
कुल्लू के तांदी गांव में लगी इस भीषण आग ने कई परिवारों को बेघर कर दिया है और महत्वपूर्ण आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। प्रशासन और स्थानीय समुदाय मिलकर प्रभावितों की मदद में जुटे हैं, ताकि उन्हें जल्द से जल्द पुनर्वासित किया जा सके।
इस घटना से संबंधित अधिक जानकारी और दृश्य सामग्री के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं: